राइस मिल से निकलने वाले प्रदूषण के कारण लोगों को हो रही भारी परेशानी ग्रामीणों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं,,,
राइस मिल से निकलने वाले प्रदूषण के कारण लोगों को हो रही भारी परेशानी ग्रामीणों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं
ग्राम पंचायत बनाहील भाठापारा क्षेत्र में स्थित है राइस मिल
जांजगीर:---जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत बनाहील भाठापारा में स्थित राइस मिल से निकलने वाले प्रदूषण के कारण मोहल्ले वासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है आपको बता दें कि ग्राम पंचायत बनाहील भाठापारा में दो-तीन उसना राइस मिल का संचालन किया जाता है जिसमें से निकलने वाले गंदे पानी और धुए से मोहल्ले वासियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है राइस मिल के संचालक पानी को खेतों में बहा देते हैं जिसके कारण पानी से बदबू एवं मच्छर उत्पन्न होते हैं बदबू घर तक आती है जिसके कारण ग्रामीण का जीना दुश्वार हो गया है वह गंदगी में जीने को मजबूर हो गए हैं ग्रामीणों का कहना है कि कई बार जाकर निवेदन किया जा चुका है लेकिन संचालक ग्रामीणों को बात नहीं सुनते और गंदे पानी एवं धोने पर किसी प्रकार की कोई रोक लगाना उचित नहीं समझते राइस मिल की पहुंच ऊपर तक होने के कारण ग्रामीणों की बात सुनने वाला आपको ही नहीं है
गंदे पानी और राखड से ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुराअसर
राइस मिल से निकलने वाले गंदे पानी एवं राखड उड़कर लोगों के घर तक आ जाते हैं और लोगों के खाने-पीने के सामान पर राखड पड़ता है जिसके कारण ग्रामीणों को वैसे ही खाने को खाना पड़ जाता है और ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर इनका बहुत बुरा असर हो रहा है राखड जब लोगों के आंख पर पड़ता है तो दो-तीन दिन तक लोगों के आंख में दर्द रहता है और आंख लाल हो जाती है ऐसा आए दिन होता रहता है लेकिन राइस मिल के संचालक इस ओर कोई कदम उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं और ग्रामीणों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है
मौखिक रूप पर समझाएंगे नहीं होगा तो उग्र आंदोलन करेगा प्रदेश सतनामी समाज
इस मामले पर प्रदेश सतनामी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम बर्मन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उक्त मामले को लेकर जिले के अधिकारी एवं राइस मिल संचालक को समझाने का प्रयास किया जाएगा यदि राइस मिल के संचालक समझाने के बाद भी बात नहीं मानते तो प्रदेश सतनामी समाज के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया जाएगा वही जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर जिले के कलेक्टर एवं एसडीएम को भी ज्ञापन दिया जाएगा
फसल पर भी पड़ता है बुरा असर
बरसात के दिनों में राइस मिल से निकलने वाले गंदे पानी खेतों में जाते हैं और घर तक आते हैं ऐसे में गंदगी और ज्यादा हो जाती है और इसका बुरा असर खेत में लगे फसल पर भी पड़ता है धुआं राखड उड़ कर खेतों में आता है तो विभिन्न प्रकार की बीमारियां खेतों में होती है और खेत की पैदावार भी कम हो जाती है जिसके कारण मोहल्ले वासियों चिंतित रहते हैं अब देखने वाली बात होगी कि मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासन एवं मिल संचालक अपनी ओर से कोई कार्रवाई करते हैं या फिर मामले को ठंडे बस्ते में डालकर रख दिया जाता है और ग्रामीणों को गंदगी में जीने के लिए छोड़ दिया जाते हैं
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