स्वच्छ भारत मिशन यजना मे सामान खरीदी मे करोडों का घोटाला- जांजगीर,,
स्वच्छ भारत मिशन यजना मे सामान खरीदी मे करोडों का घोटाला- जांजगीर,,
विशेष संवाददाता- रमेश साहू की खास रिपोर्ट,,
जांजगीर :---भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जी के स्वप्न को पूरा करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन योजना का शुभारंभ किया । जिसके तहत देश भर के जिलो के साथ जांजगीर जिले के गांवो को स्वच्छ रखने के लिए सभी जनपद पंचायतो से पांच पांच.गांवो को चयनित किया गया और तरल और.ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सभी 9 जनपदो से प्रस्ताव भेजे गये थे । इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली और अपशिष्ट प्रबंधन हेतु सामग्री खरीदी गयी ।
तरल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत सामग्री खरीदी गई और यह योजना शुरू हुई ।इस योजना की उल्लेखीय यह पाया था कि शासन की स्वीकृति इस शर्त पर मिली थी कि जिन ग्राम पंचायतों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत जोड़ा गया था वहां सामान की खरीदी ग्राम पंचायत को ही करनी थी परंतु जिला पंचायत के द्वारा कमीशन खाने के चक्कर में इसके लिए सामग्री सरपंचों के जिम्मे ना देकर इकट्ठे एक ही चांपा की कंपनी से सामान खरीदी गई और पंचायतों को सामान यथा रिक्शा गाडी , कंटेनर , भोपू आदि सीधे जिले से भेजा गया और सरपंचों को दबाव पूर्वक चेक देने के लिए बाध्य किया गया ।
तीन करोड़ का महाघोटाला :-
इस योजना के तहत पूरे जिले में लगभग 3 करोड़ का महा घोटाला किया गया है और यह घोटाला स्वच्छ भारत मिशन परियोजना के परियोजना अधिकारी राहुल मेश्राम और जिला के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत. और प्रश्रय में हुआ है । भंडा फूटने पर स्वच्छ भारत मिशन के परियोजना अधिकारी राहुल मेश्राम तथा पूर्व जिला पंचायत सीईओ भी कटघरे में खड़े हो गए हैं ।
सरपंचो ने नही खरीदी सामग्री जिले से हुयी खरीददारी:-
इस योजना के लिए प्रति पंचायत 399500 की राशि शासन की ओर से आयी थी परंतु स्वच्छ भारत योजना जिला पंचायत जांजगीर से यह सामान सीधे गाँवो मे भेजे गए जबकि इसका अधिकार सरपंचो को था परंतु कमीशन खाने के चक्कर मे यह कारनामा किया गया । अब उन सरपंचो के कलेजो मे.ठंडक पडी जिन्हें इस योजना टा कमीशन. नही मिल पाया है ।
घटिया स्तर की सामग्री :-
जांजगीर जिले के सभी 9 ग्राम पंचायतों में योजना लागू की गई है । हर जनपद पंचायत के 5 से 6 ग्राम पंचायतों में अभी योजना चल रही है और आगे इसका परिणाम देखकर इस योजना का विस्तार किये जाने की मंशा शासन की थी । ग्राम पंचायतों के सरपंच से पूछने पर उन्होंने बताया कि जनपद सीईओ ने दबाव देकर इसके लिए चेक कटवाया था । यह सामान अत्यंत ही घटिया स्तर का है ।और 1 साल में ही यह सामान कंडम होने की हालत मे आ गया है।
सरपंचों से दबाव डालकर चेक करवाए गए :-
जैजैपुर के जिन गांव को स्वच्छता मिशन में जोड़ा गया है वह गांव के सरपंच से बात करने पर उन्होंने बताया कि यह सामान बहुत ही घटिया स्तर का है और इन सामानों से इस योजना को क्
फलीभूत नहीं किया जा सकता है अर्थात अपशिष्ट प्रबंधन , जिसके लिए यह राशि भेजी गई यह योजना इस घटिया स्तर के सामान के साथ पूरी नही हो सकती है ।
शासन को करोड़ों का चूना:-
इस महाघोटाले मे तरह शासन को लगभग 5 करोड़ का चूना लगाया गया है जिसके लिए जिला पंचायत के स्वच्छ भारत मिशन के कार्यपालन परियोजना अधिकारी राहुल मेश्राम के साथ जिम्मेदार अधिकारी शामिल है ।
हम सभी सरपंचो को दबाव डालकर चांपा की एक कंपनी के नाम चेक कटवाया गया था.।
छोटेलाल भारद्वाज ओडेकेरा सरपंच , जैजैपुर जनपद अध्यक्ष सरपंच संघ
इस योजना के तहत आया सामान बहुत ही घटिया स्तर का है और हमे दबाव देकर चेक कटवाया गया था ।
सरपंच पोडी दल्हा अकलतरा
सामग्री सरपंचो द्वारा खरीदी गयीं है । मैने किसी सरप़ंच से बात नही की है ।
राहूल मेश्राम एस बी एम जिला.पंचायत
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