कोटेतरा सरपंच के द्वारा निर्वाचन आयोग को गलत जानकारी देने और जांच होने के उपरांत गलत जानकारी देने का मामला सिद्ध हो जाने के बावजूद आज तक सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं ,,
कोटेतरा सरपंच के द्वारा निर्वाचन आयोग को गलत जानकारी देने और जांच होने के उपरांत गलत जानकारी देने का मामला सिद्ध हो जाने के बावजूद आज तक सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं ,,
जैजैपुर:-- कोटेतरा सरपंच के द्वारा निर्वाचन आयोग को गलत जानकारी देने और जांच होने के उपरांत गलत जानकारी देने का मामला सिद्ध हो जाने के बावजूद आज तक कोटेतरा सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं की गई । जैजैपुर नायब तहसीलदार के द्वारा बेजाकब्जा प्रकरण में आवेदक को पेशी पर पेशी. दी.जा रही है । वह भी एक हप्ते की नही बल्कि महीनों महीनों खिंच रहे है इससे ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि कही न कही सरपंच का बचाव तो नायब तहसीलदार कर रहा होगा मिली जानकारी के अनुसार कोटेतरा सरपंच भगवती बाई गोड़ के द्वारा निर्वाचन आयोग को नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी गई थी निर्वाचन आयोग के द्वारा भरे गए नामांकन पत्र में कोटेतरा.सरपंच भगवती बाई गोड़ के द्वारा बेजा कब्जा में मकान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने जानकारी दी कि जिस मकान में रह रहे हैं वह बेजाकब्जा की जमीन पर नही बना है। इस विषय पर जब शिकायतकर्ता फागुलाल यादव के द्वारा एसडीएम तथा तहसीलदार से शिकायत की गई और इसकी जांच भी हुई तब उसने पता चला कि कोटेतरा सरपंच भगवती बाई गोड़ के द्वारा बनाया गया मकान बेजा कब्जा में है इसके अतिरिक्त भी कोटेतरा सरप़ंच पर आरोप पर आरोप लगे परंतु कोई कार्यवाही न होने के कारण कोटेतरा सरप़ंच गलती पर गलती करने पर भी नकारा नही जा सकता
पूर्व सरप़ंच का मानदेय वर्तमान सरपंच स्वयं
खर्च कर दिया
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सरप़ंच सुनीता चौहान के सरप़ंचो को मिलने वाला मानदेय एक साल का चौबीस हजार रुपये वर्तमान सरपंच भगवती गोंड़ ने बैंक से निकाल तो लिया है पर उसे पूर्व सरप़ंच सुनीता. चौहान को न देकर खुद.ही खर्च. कर.दिया है.और सुनीता चौहान पूर्व सरपंच ने जब निकाल चुके मानदेय देने कहा तो वर्तमान सरप़ंच ने कहा कि उसनें वह मानदेय खर्च कर दिया है और जब उसके पास होगा तो वह.लौटायेगा । क्या किसी वर्तमान सरपंच को पूर्व सरपंच का मानदेय निकाल कर बिना अनुमति के उस राशि को खर्च करने का अधिकार है ? निश्चित रूप से नही है परंतु कोटेतरा सरप़ंच के द्वारा ऐसा किया गया है और बाद मे लौटाने की बात कही जा रही
फर्जी जोगी पटटा बनवाने का आरोप
जांच के दौरान सरपंच कोटेतरा के द्वारा फर्जी जोगी पटटा भी पेश किया था । उनके द्वारा फर्जी जोगी पटटा पेश किया गया जो जांच में गलत सिद्ध किया जा चुका है और जांच अधिकारियों के द्वारा जांच प्रतिवेदन में यह भी लिखा गया है कि सरपंच भगवती बाई गोड़ के ससुर आज से लगभग 20 वर्ष पूर्व अपनी बहन के घर ग्राम कोटेतरा आए हुए थे और उन्होने. अपनी बहन के ससुराल में शरण ली थी और उनके ससुर ननकी गोड ग्राम नंदेली के रहने वाले थे और वर्तमान में सरपंच और उनका परिवार जिस मकान में निवास कर रहा है वह मकान शासकीय भूमि पर बना हुआ है जिसका ना तो कोई पटटा है और ना ही कोई शासकीय दस्तावेज है ।
सूचना का अधिकार के तहत भी फर्जी सिद्ध
कोटेतरा सरप़ंच के द्वारा फर्जी जोगी पट्टा भी पेश किया जा चुका है जो जांच में फर्जी साबित हो चुका है । इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत कोटेतरा के निवासी बी एल.सारथी के द्वारा भी सूचना के अधिकार के तहत जैजैपुर तहसील से सरपंच के फर्जी पट्टे की सूचना मांगी गई थी । उस सूचना में स्पष्ट था कि ग्राम कोटेतरा के जोगी पट्टा प्राप्त करने वालों कीे सूची दें कोटेतरा सरपंच के ससुर का नाम नहीं है । सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में यह जानकारी स्पष्ट हुई जिसे तहसीलदार के द्वारा कोटेतरा निवासी बी एल सारथी को दिया गया । उसके बावजूद भी अब तक कोटेतरा सरपंच के ऊपर मामला दर्ज नहीं किया जाना जैजैपुर तहसील और तहसीलदार की कार्यप्रणाली के ऊपर संदेह जाहिर करता है ।
वर्जन
नायब तहसीलदार को आदेश किया गया है तत्काल प्रकरण की सुनवाई कर अग्रिम कार्यवाही किया जाए
बी एस मरकाम
एसडीएम सक्ती
मेरे द्वारा लगातार मेरे पत्नी पूर्व सरपंच की मानदेय राशि को मांगने पर खर्च कर देने की बात कहा गया
मनीराम चौहान
पूर्व सरपंचपति
कोटेतरा
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