भगौलिक दृष्टि और जनसुविधा को देखते हुए सक्ती नया जिला मुख्यालय मालखरौदा में बनना उचित होगा- सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल

भगौलिक दृष्टि और जनसुविधा को देखते हुए सक्ती नया जिला मुख्यालय मालखरौदा में बनना उचित होगा- सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल

सक्ती, चन्द्रपुर, जैजैपुर तीन विधानसभा के आम लोगो और किसानों के बेहतर सुविधा के लिए नया जिला मुख्यालय तीनो विधानसभा और चारो विकासखंड के बीच मालखरौदा आस पास बनाना ही सर्वोचित और न्यायोचित होगा।
जांजगीर:---प्रदेश में नये जिला बनने की घोषणा होते ही लोगो में काफी हर्ष देखा जा रहा। वही नए जिलों में भगौलिक दृष्टिकोण से जनसुविधाओं का पूरा ध्यान रखना बहुत जरूरी है। 
जिस पर सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा नये जिले की घोषणा की गई वह लोगो के लिए निश्चित रूप से बड़ी खुशी और बेहतर सुविधा की बात है। लेकिन जिलों की स्थापना और मुख्यालय निर्माण में भगौलिक दृष्टिकोण का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
सक्ती को नए जिले की सौगात देने पर प्रदेश सरकार को धन्यवाद और आभार प्रकट कर सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा कि मालखरौदा तीन विधानसभा क्षेत्र सक्ती, चन्द्रपुर और जैजैपुर के अंतर्गत चार विकासखंड सक्ती, मालखरौदा, डभरा (चन्द्रपुर) तथा जैजैपुर(हसौद) के बीच मे स्थित है जहाँ मालखरौदा मुख्यालय अन्य तीनो विकासखंड से लगभग बराबर 18 से 20 किलोमीटर की दूरी पर बीचोबीच स्थिति है। इस भगौलिक दृष्टिकोण से नया जिला मुख्यालय निर्माण उपरांत पूरे जिले के लोगो के लिए एक समानरूप से शासन द्वारा जनसुविधाओं का सही लाभ देने के लिए मालखरौदा को जिला मुख्यालय बनाना ही शासन का न्याय होगा।
गबेल ने कहा कि बेसक जिला का नाम सक्ती रहे, लेकिन सक्ती में नया जिला मुख्यालय बनाने न तो जमीन जगह है और न अन्य सरकारी भवन इस स्थिति है ऐसे में नये जिला का नाम सक्ती ही रखते हुए मालखरौदा के आसपास सकर्रा, आमनदुला, पोता और कलमी में एक एक सरकारी मैदान सौ से डेढ़ सौ एकड़ का प्लाट खाली पड़े है, जो नया जिला का भव्य निर्माण के लिए जरुरत से भी ज्यादा साबित होगा।
गबेल ने कहा कि मालखरौदा को जिला मुख्यालय बनाने की मांग करना मेरा व्यक्तिगत स्वार्थ नही है अपितु जनस्वार्थ है कि किसमे इस नया जिला से सभी क्षेत्र के आमजनों और किसानों को सही सुविधा मिलेगी।
गबेल ने कहा कि मजदूरी और कृषिप्रधान क्षेत्र के आमजनों की सुविधा को ध्यान में रखना सरकार की पहली जिम्मेदारी होती है और इस दृष्टिकोण से मालखरौदा के आसपास जिला मुख्यालय का निर्माण करना ही न्यायोचित है और सरकार की सही निर्णय के साथ न्याय भी।
सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा बेसक जिला का नाम सक्ती ही रहे पर इस महंगाई में और बुजुर्ग, वरिष्ठजनों, गरीबो व सर्वआमजनों की आवागमन के साथ सर्वसुविधा को ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है।

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