कवर्धा:- कवर्धा के भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना मे कार्यरत सौकड़ों ठेका श्रमिक अपनी चार सुत्रिय मांगों को लेकर काम बंद कर अनिश्चितताकालीन हड़ताल मे बैठे,,,
कवर्धा:- कवर्धा के भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना मे कार्यरत सौकड़ों ठेका श्रमिक अपनी चार सुत्रिय मांगों को लेकर काम बंद कर अनिश्चितताकालीन हड़ताल मे बैठे,,,
कवर्धा (मनोज बंजारे):-- कवर्धा जिले के राम्हेपुर गाँम मे स्थित जिले का प्रथम भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना मे कर्मचारी व प्रबंधक के बीच की जंग खत्म नही हो रही है,जिसके चलते अपनी मांगों को लेकर अब कारखाना मे कार्यरत 370 से अधिक ठेका श्रमिकों ने काम बंद कर अनिश्चितताकालीन हड़ताल पर बैठ गए है, कर्मचारियों के हड़ताल मे जाने से कारखाना का समस्त कार्य बंद हो गया है।
कर्मचारी कल्याण संघ के अध्यक्ष जगदीश बंजारे ने बताया की भोरमदेव शक्कर कारखाना मे सन 2014 मे श्रमिकों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रबंधक और युनियन के बीच सहमति बनाकर प्रस्ताव प्रारित किया गया था, कि रिक्त पदों की भर्ती को जायेगा। लेकिन 07 साल बीत जाने के बाद भी प्रबंधक की लापरवाही के चलते आज तक श्रमिक हित मे कार्य नही किया गया।
श्रमिकों की मांग
1/ भोरमदेव शक्कर कारखाना मे 2014 मे श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं एवं मांगों पर प्रबंधक और यूनियन के बीच सहमति बनाकर प्रस्ताव प्रारित किया गया था की रिक्त पदों की भर्ती किया जाए।
2/ कारखाना के समस्त कार्यरत ठेका श्रमिको के शौक्षणिक योग्यता एवं वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति पत्र नहीं देने पर कार्यरत समस्त ठेका श्रमिकों को सिंगल पद के अनुरुप वेतन निर्धारित की जावें।
3/ कारखाना के कार्यरत श्रमिक जिनका 10 वर्ष कार्य पूर्ण हो चुका है, उन्हें फिक्स वेतन कर वेतन की बढोत्तरी की जाए।
4/ कारखाना अधिनियम के धारा 59 (1) मे स्पष्ट प्रावधान है की ओवर टाइम से संदर्भ मे दुगना वेतन होगा जिसमें साप्ताहिक,शासकीय,अन्य अवकाश एवं अतरिक्त कार्य की छुट्टी शामिल होनी चाहिए।
कवर्धा से मनोज बंजारे की रिपोर्ट
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