संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा सक्ती छत्तीसगढ़ को "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" व "काव्य रत्न सम्मान" से अलंकृत किया,

संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा सक्ती छत्तीसगढ़ को "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" व "काव्य रत्न सम्मान" से अलंकृत किया,
रायपुर( दिल्ली):--देश की राजधानी दिल्ली स्थित हिन्दी भवन में 15 मई 2022 को "भारत के भारत रत्न" काव्य ग्रन्थ का भव्य विमोचन समारोह सम्पन्न।
अन्तरराष्ट्रीय शब्द सृजन संस्था द्वारा लगातार 12 घंटे तक आनलाइन आयोजित भारत रत्न काव्य महोत्सव को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किये जाने पश्चात् 15/ 05/ 2022 को देश के कोने कोने से उपस्थित 150 रचनाकारों को "काव्य रत्न सम्मान"  से अलंकृत किया गया।
सक्ती छत्तीसगढ़-- श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती छत्तीसगढ़ के संस्थापक एवं अध्यक्ष संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा को अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन संस्थान दिल्ली द्वारा 15 मई 2022 को देश की राजधानी दिल्ली में स्थित हिन्दी भवन में आमंत्रित कर "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड" सह सम्मान पत्र एवं "काव्य रत्न सम्मान" से अलंकृत किया गया।
अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन संस्था दिल्ली द्वारा 21/ 11/ 2021 को प्रातः 10 बजे से रात्रि के 10 बजे तक लगातार 12 घंटे एक अद्भुत अविस्मरणीय आनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" से अलंकृत समस्त 48 महा विभूतियों की जीवनी गाथा को 301 रचनाकारों द्वारा भारत रत्न काव्य महोत्सव आयोजित किया गया था। जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
इस समारोह की शुरुआत संगीतज्ञ श्याम कुमार चन्द्रा सक्ती छत्तीसगढ़ द्वारा मां सरस्वती जी की वंदना समूह गायन से प्रारंभ किया गया था।
 इस काव्यात्मक महा अनुष्ठान में संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा विश्व प्रसिद्ध सितार वादक पंडित रविशंकर शुक्ल जी की जीवनी पर सफलता पूर्वक कविता पाठ किया गया था। इन्हीं सफलता के परिणाम स्वरूप आयोजकों द्वारा आयोजन में आमंत्रित सम्माननीय अतिथियों के स्वागत सम्मान के पश्चात् संगीतज्ञ श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा भारत रत्न काव्य ग्रन्थ के सम्पादक डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय एवं संकलन कर्ता ओंकार त्रिपाठी को स्मृति चिन्ह, शाल, पुष्प गुच्छ एवं "साहित्य मनीषी सम्मान" से  अलंकृत किये जाने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ। 
इस गरिमामय काव्य ग्रन्थ विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि सुदर्शन चैनल के अध्यक्ष, प्रबन्ध निदेशक एवं एडिटर इन चीफ सुरेश चौहान ने इस कृति को राष्ट्रीय अस्मिता का ग्रन्थ बताते हुए कहा कि यह केवल एक सामान्य ग्रन्थ नहीं बल्कि यह एक राष्ट्रीय धरोहर बन गया है। इससे भारत की आने वाली पीढ़ी को काव्यात्मक रूप से पढ़ने को मिलेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार पद्मश्री डॉ. श्याम सिंह ' शशि ' ने बताया कि हिन्दी साहित्य के इतिहास में इस प्रकार से कार्य होना अपने आपमें स्तुत्य है। हमारे राष्ट्र के महापुरुषों को कविताओं के माध्यम से व्यक्त किये जाने का एक विशेष सराहनीय कार्य किया गया है। मैं इसके सम्पादक एवं संकलन कर्ता को हृदय से बधाई देता हूं। इस काव्य ग्रन्थ के समीक्षा करते हुए विशिष्ट अतिथि और नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डॉ. हरि सिंह पाल ने कहा कि इस विशाल ग्रन्थ में देश विदेश के 215 रचनाकारों ने इस नये विषय पर सृजन किया है, जो अभी तक अछूता था।
विशिष्ट अतिथि और हिन्दी अकादमी दिल्ली के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने इसे कालजयी ग्रन्थ की संज्ञा देते हुए कहा कि इसे भारत की प्रत्येक पुस्तकालय में उपलब्ध होना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि डॉ. इंदिरा मोहन, अध्यक्ष दिल्ली हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने इसे अभूतपूर्व ग्रन्थ बताया।
सभी अतिथियों के कर कमलों द्वारा इस ग्रन्थ का भव्य विमोचन किया गया। ग्रन्थ के विमोचन होने के समय हिन्दी भवन का पूरा सभागृह करतल ध्वनि से गूंजायमान होने लगा। भारत माता की जयकारे लगने लगे।

देश के कोने कोने से उपस्थित रचनाकारों को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र और विमोचित ग्रन्थ भेंटकर सम्मानित किया गया।

ग्रन्थ की पूर्व पीठिका ओर संघर्ष यात्रा पर संस्था के महासचिव एवं ग्रन्थ के संकलन कर्ता ओंकार त्रिपाठी ने विस्तृत प्रकाश डाला।

संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय ने संचालन करते हुए भारत रत्न महोत्सव की चर्चा करते हुए बताया कि इस महोत्सव में 301 कवियों ने कविता पाठ करके गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था।

श्याम संगीत सृजन संस्थान सक्ती छत्तीसगढ़ के संस्थापक एवं अध्यक्ष संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा इस काव्य ग्रन्थ के सम्पादक डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय और संकलनकर्ता ओंकार त्रिपाठी को "साहित्य मनीषी सम्मान" से अलंकृत किया गया। 

संगीतज्ञ- कुमार चन्द्रा सक्ती
मो. नं.  7999451129

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