न्यायमूर्ति श्रीमान् एन. के. चन्द्रवंशी जी को संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा "भारत के भारत रत्न" नामक पुस्तक सम्मान स्वरूप भेंट किया गया।
माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर से न्यायमूर्तियों का 06 अगस्त को सक्ती आगमन हुआ।
न्यायमूर्ति श्रीमान् एन. के. चन्द्रवंशी जी को संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा "भारत के भारत रत्न" नामक पुस्तक सम्मान स्वरूप भेंट किया गया।
इस पुस्तक को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
इस पुस्तक में संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा विश्व प्रसिद्ध सितार वादक पंडित रविशंकर शुक्ल जी की जीवनी गाथा काव्यात्मक रूप में प्रकाशित हुई है।
इस पुस्तक का विमोचन हिन्दी भवन नई दिल्ली में 15 मई को हुआ, जिसमें संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से संबंधित सहभागिता सम्मान पत्र के साथ "काव्य रत्न सम्मान" से सम्मानित किया गया है।
इस काव्य ग्रन्थ में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न" से सम्मानित कुल अड़तालिस विभूतियों की जीवनी गाथा प्रकाशित हुई है।
यह पुस्तक भारत के प्रत्येक महाविद्यालयों के पुस्तकालय में रखने योग्य बताया गया है।
सक्ती - माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के न्यायमूर्ति श्रीमान् संजय के अग्रवाल, श्रीमान् अरविंद सिंह चंदेल एवं श्रीमान् एन. के. चन्द्रवंशी साहबान का 06 अगस्त को सक्ती नगर में अल्प प्रवास के दरम्यान स्थानीय विश्राम गृह सक्ती में अधिवक्ता बंधुओं द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सक्ती नगर के प्रतिष्ठित संस्था "श्याम संगीत सृजन संस्थान के संस्थापक एवं अध्यक्ष संगीतज्ञ- श्याम कुमार चन्द्रा द्वारा न्यायमूर्ति श्रीमान् एन. के. चन्द्रवंशी जी को "भारत के भारत रत्न काव्य ग्रन्थ" नामक पुस्तक सम्मान स्वरूप भेंट किया गया। संगीतज्ञ श्याम कुमार चन्द्रा के द्वारा माननीय न्यायमूर्तियों का सादर अभिवादन करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव की शुभकामनाएं दी गई।
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